उत्तराखंड की संस्कृति और खानपान – एक समृद्ध विरासत की झलक

उत्तराखंड की संस्कृति और खानपान – एक समृद्ध विरासत की झलक प्रस्तावना भारत के उत्तर में स्थित उत्तराखंड एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सौंदर्य, आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की संस्कृति और खानपान राज्य की भौगोलिक स्थिति, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और जनजातीय जीवनशैली से गहराई से प्रभावित हैं। उत्तराखंड की संस्कृति सदियों पुरानी परंपराओं, लोक कलाओं, लोक संगीत, और विविध त्योहारों से समृद्ध है। साथ ही, उत्तराखंड का खानपान स्वास्थ्यवर्धक, पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है। --- उत्तराखंड की संस्कृति (Culture of Uttarakhand) उत्तराखंड की संस्कृति मुख्य रूप से दो क्षेत्रों – गढ़वाल और कुमाऊँ – से मिलकर बनी है। इन दोनों क्षेत्रों की भाषाएं, रीति-रिवाज, पहनावा और लोककला थोड़ी-थोड़ी भिन्न होते हुए भी एक-दूसरे के पूरक हैं। 1. भाषा और बोलियां उत्तराखंड की प्रमुख भाषाएं गढ़वाली और कुमाऊँनी हैं। इसके अलावा जौनसारी, रांग, थारू और भोटिया जैसी भाषाएं भी बोलचाल में उपयोग होती हैं। हिंदी यहाँ की आधिकारिक भाषा है। 2. लोक संगीत और नृत्य यहाँ के लोकगीत प्रकृति, प्रेम, वीरता और धार्मिक आस्थाओं ...